भारतीय रेल गाड़िया एक बार फिर पटरियों पर दौड़ने के लिए तैयार है। फ़िलहाल रेलवे, श्रमिक स्पेशल और 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है। 1 जून से 200 ट्रेनों के सञ्चालन का ऐलान हो चुका है, 23 मई को रेलवे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने रेलवे के अभी तक के काम और आगे की तैयारियों के बारे में बताया साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 1 मई से रेलवे ने मजदूरों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाईं है। इसके तहत अभी तक 2600 ट्रेनों के जरिए करीब 35 लाख से ज्यादा लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया जा चूका है। अभी तक कुल 45 लाख मजदूरों को उनके घर ले जाया गया है।
यादव ने बताया कि आने वाले 10 दिनों के लिए भी शेड्यूल तय हो चुका है और उसके तहत 2600 ट्रेन चलाई जाएंग। इन सभी ट्रेनों के जरिए 35 लाख लोगों को पहुंचाने की योजना बनाई गई है। राज्यों के अंदर भी ट्रेन चलाई जाएंगी और मजदूरों के किराए में 85 प्रतिशत पैसा रेलवे और 15 प्रतिशत राज्य सरकारें लगाएगी कर रही हैं।