झारखण्ड हो ,बिहार हो या फिर यूपी; लोगों के जीवन में छठ पर्व की महान आस्था है । मंगलवार की सुबह महापर्व छठ का अंतिम दिन है ,इस दिन छठ व्रती सूर्योदय के समय भगवान सूर्य को अर्घ देती है । झारखंड के कई जिलों में लोग इस लॉक डाउन की घड़ी में छठ करते दिखे । प्रातः काल के अर्घ्य के समय कुछ व्रती अपने परिजनों के साथ तालाब और नदियों के किनारे अर्घ देने पहुंची ।कई लोगों ने तो अपने घर के छतो पर ही अर्घ दिया और पूजा के वक़्त लोग काफी सावधानी बरतते दिखे परिवार के सदस्यों के अलावा अर्घ्य देने के समय बाहर से कोई भी सदस्य घाट पर नहीं पहुंचा। लोगों ने सोशल डिस्टन्सिंग को फाफी हद तक मेन्टेन किया और न तो कोई घाट पर गया और न ही छठ व्रतियों ने अर्घ्य देने के बाद प्रसाद का वितरण किया ।
इन सभी का यही मानना है की कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सारकार ने जिस लॉक डाउन की घोषणा की है उसका सभी लोगों को पालन करना चाहिए । लोगों को खुद तो सोशल डिस्टन्सिंग मेन्टेन करनी ही चाहिए साथ ही दूसरे लोगों को भी सोशल डिस्टन्सिंग के प्रति जागरूक करना चाहिए ।
मगर अभी भी राज्य में कई जगह ऐसी भी है जहाँ लोग लॉक डाउन के सातवे दिन भी सोशल डिस्टन्सिंग की धजिया उड़ाते दिख रहे है ।शहर के मानगो गांधी मैदान में सुबह सब्जी लेने के लिए लोगों ने काफी भीड़ इक्कट्ठा कर दी । पुलिस के समझाने के बाद भी लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया । जमशेदपुर के साकची बाजार में लगने वाले सब्जी मंडियों में काफी भीड़ जमा हो जाती है इसीलिए डीसी रविशंकर शुक्ला और एसएसपी अनूप बिरथरे ने निरीक्षण किया फिर उन्होंने लोगों और सब्जी विक्रेताओं को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया।