अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम लल्ला के अस्थायी मंदिर में मंगलवार से पटना के महावीर मंदिर से भेजे गये गाय घी से अखंड-दीप जलने लगा है। साथ ही दिन में पांच बार आरती भी इसी घी से होने लगी है। महावीर मंदिर न्यास पटना की ओर से मंगलवार को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को अखंड दीप और आरती के लिये 75 टीन गाय घी सौंपा गया।न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने अनंत चतुदर्शी के मौके पर रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चंपत राय को 75 टीन गाय घी सौंपा। बता दें कि इसी गाय घी से पटना के महावीर मंदिर का प्रसिद्ध नैवेद्यम लड्डू बनता है। महावीर मंदिर यह गाय घी कर्नाटक मिल्क फेडरेशन से खरीदता है। कुछ दिन पहले ही महावीर मंदिर न्यास ने रामजन्म भूमि तीर्थ के सचिव एवं रामजन्म भूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास को यह सुझाव दिया था कि अखंड-दीप में गाय के शुद्ध घी का व्यवहार किया जाना चाहिए। साथ ही तीर्थक्षेत्र की अनुमति मिलती है, तो महावीर मंदिर गाय के शुद्ध घी का प्रबंध अखंड दीप के लिए करेगा। न्यास को अब इसकी अनुमति मिल गयी है।इसी आलोक में महावीर मंदिर न्यास की ओर आचार्य किशोर कुणाल ने अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर रामजन्म भूमि तीर्थ न्यास को एक साल अखंड दीप जलते रहने के लिए तथा पांचों बार आरती के लिए 75 टीन (75×15 किलो) शुद्ध घी सौंपा। इसे स्वीकार करने के लिए रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चम्पत राय स्वयं आये थे। इसी घी से प्रतिदिन पांच बार आरती भी होगी तथा अखंड दीप जलता रहेगा। पहले केवल अखंड दीप के लिए घी उपलब्ध कराने की योजना थी, लेकिन आज सौंपते समय वार्ता के बाद पांचों बार आरती के लिए भी घी देने की बात हुई। इसलिए पूर्व प्रस्तावित 25 टीन से बढ़ाकर 75 टीन घी सौंपा गया। एक दिन के अखंड दीप में करीब एक किलो घी लगता है।
आचार्य के मुताबिक महावीर मंदिर न्यास द्वारा प्रस्तुत मोकरी के गोविन्द भोग चावल से ही राम ललाजी का भोग लगता है। महावीर मंदिर न्यास ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दिन ही 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी और 2 अप्रैल को जिस दिन तीर्थ क्षेत्र का खाता खुला, महावीर मंदिर न्यास की ओर से पहला चंदा दो करोड़ रुपया चेक द्वारा जमा किया गया। भूमि-पूजन के अवसर पर महावीर मंदिर ने अयोध्या में सवा लाख लड्डू बनवाये, जिसका वितरण अयोध्या, बिहार और देश के अनेक हिस्सों में किया गया। इन सब से महावीर मंदिर पटना रामजन्म भूमि मंदिर के साथ जुड़ गया है। अयोध्या में भक्तों के लिए निःशुल्क राम रसोई भी चलायी जा रही है। महावीर मंदिर पटना का संबंध अयोध्या से पुराना है और रामजी के मंदिर के निर्माण में हनुमानजी के मंदिर का योगदान काफी अधिक है। महावीर मंदिर के सचिव आचार्य किशोर कुणाल को राममंदिर के भूमिपूजन पर भी आमंत्रित किया गया था। अयोध्या पर उन्होंने दो पुस्तकें लिखी हैं।
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