आज युवा कांग्रेस महासचिव रोहित सिन्हा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के जरिये रोहित ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया है कि गुरुनानक अस्पताल में कोरोना रिपोर्ट देने में गड़बड़ी की जा रही है। रोहित ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए और अभी तक कोरोना के कितने जांच अस्पताल में हुए हैं और कितने गलत रिपोर्ट पाए गए हैं इसकी जांच की जाए।
दरअसल , ताज हसन मंसूरी नाम का युवक जो कि सिमलिया के निवासी है। इस युवक को नौकरी के लिए नॉर्थ अफ्रीका जाना था। कोविड-19 टेस्ट लेकर 6 मार्च को गुरुनानक अस्पताल के MICROPRAXIS LAB में संपर्क करने पर वहां से जांच करने मेडिकल स्टाफ युवक के घर आकर सैंपल खुद से लिया तत्पश्चात उसी दिन शाम में रिपोर्ट मिला जिसमें उसका रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बताया गया.
इस रिपोर्ट के बाद ताज हसन मंसूरी को संदेह हुआ जिसके बाद उसने बरियातू स्थित MATRIX VIROLOGY LAB मे सैंपल दिया जहां उसका रिपोर्ट निगेटिव आया। वहां से निकलने के बाद फिर से संतुष्टि के लिए युवक ने अगले दिन सदर अस्पताल रांची में सैंपल दिया वहां से भी ताज हसन मंसूरी का
कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव आया।
दोनों रिपोर्ट नेगेटिव आने से गुरु नानक अस्पताल से संपर्क करने पर निदेशक ने बात टाल दिया। इस कारण युवक का एयर टिकट पर डेढ़ लाख रुपए और वीजा बर्बाद होने के साथ-साथ नौकरी मे भी अर्चन आ चुकी है। इतना कुछ हो जाने के बाद भी अस्पताल द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई। रोहित ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए और अभी तक कोरोना के कितने जांच अस्पताल में हुए हैं और कितने गलत रिपोर्ट पाए गए हैं इसकी जांच की जाए।