कोलकाता के सरकारी अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए रे*प-म*र्डर को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शनों जारी है. इन सबके बीच पश्चिम बंगाल सरकार ममता बनर्जी ने राज्य भर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में कार्यरत 42 प्रोफेसरों और डॉक्टरों का ट्रांसफर कर दी है.वही इस केस को लेकर डॉक्टरों का ट्रांसफर के पीछे साजिश की आशंका जताई है। कोलकाता में हुए इस घटना के बाद देशभर के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी आक्रोशित हैं। आप को बता दे की रिम्स रांची में भी 13 अगस्त से ही जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) के बैनर तले मेडिकल के छात्र आंदोलन कर रहे हैं। सिर्फ इमरजेंसी सेवा चालू थी.वही कोलकाता आरजी कर हॉस्टिपटल में तैनात डॉ. संगीता पॉल और डॉ. सुप्रिया दास का ट्रांसफर कर दिया गया है , प्रदर्शनकारी डॉ. किंजल नंदा ने कहा,वरिष्ठ प्रोफेसर, डॉक्टरों का तबादला कर दिया गया. जो लोग घटना के बाद हमारे विरोध का समर्थन कर रहे थे उनका तबादला कर दिया गया. इस से साफ पता चल रहा ही की यह एक साजिश है.