चाईबासा: एक दिल दहला देने वाली घटना में, पड़ोसी सरायकेला जिले में एक महिला ने अपनी तीन बेटियों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली.रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला ने चार बेटियों को जन्म दिया और उसके ससुराल वाले इस बात से खुश नहीं थे क्योंकि वे एक बेटा चाहते थे।इस बात को लेकर घर में आए दिन झगड़े होते रहते थे।परेशान होकर शतना ने पहले अपनी तीन नाबालिग बेटियों शेफाली, दीपाली और रूपाली की हत्या कर दी और शवों को पास के कुएं में फेंक दिया।महिला ने पहले अपनी तीन बेटियों की हत्या की और उनके शवों को घर के पास एक कुएं में फेंकने के बाद खुद भी एक पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली।सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.इस घटना का कारण घरेलू विवाद और गरीबी बताया जा रहा है.पुलिस मामले की जांच कर रही है.पुलिस के मुताबिक, मृत महिला की पहचान शतना हंसदा (32) के रूप में हुई है।वह चौथी बेटी को भी मारना चाहती थी, लेकिन घटना के वक्त वह गांव में खेलने गई थी.इस घटना को अंजाम देने के बाद शतना जंगल में गई और एक पेड़ में साड़ी का फंदा बनाकर उससे लटक गई.उधर, एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, सनसनी फैल गई.ग्रामीणों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी.इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.पुलिस के मुताबिक, रघुनाथपुर के कुरकुट गांव के रहने वाले ट्रक ड्राइवर सुबोध हांसदा और उनकी पत्नी शतना हंसदा को कोई बेटा नहीं था.वे आर्थिक तंगी से भी जूझ रहे थे।इसी कारण पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे।इसी विवाद के चलते महिला ने यह कदम उठाया है.ग्रामीणों ने बताया कि महिला मानसिक रूप से भी कमजोर थी.वहीं महिला की मां ने अपने साथ किसी भी तरह की मारपीट या उत्पीड़न से इनकार किया है.