रांची के अशोक नगर, मंदिर मार्ग स्थित कार्यालय में दस्तावेज में हेराफेरी एवं बिल भुगतान के एवज में ठीकेदार के कर्मी से दो लाख 72 हजार 500 रुपये रिश्वत लेते सीबीआइ ने आरोपितों को रंगे हाथ दो जून को गिरफ्तार किया था। जिन ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की उनमें राइट्स के महाप्रबंधक परियोजना अभय कुमार के पटना, चंपारण और रांची के अशोक नगर स्थित ऑफिस, उप महाप्रबंधक राजीव रंजन के रांची के मोरहाबादी तेतरटोली, राजवंशी नगर पटना स्थित ऑफिस, ठेकेदार अवतार सिंह के देवघर, गुरुग्राम हरियाणा और देवघर स्थित हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस शामिल हैं.
उनकी निशानदेही पर शुक्रवार को सीबीआइ ने इससे जुड़े सभी आरोपितों के रांची, देवघर, गुरुग्राम व रामगढ़ स्थित 12 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। सीबीआइ ने 65.5 लाख नकदी और संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद की है। तीनों को रिमांड पर लिया गया है। सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए मामले के अनुसार, देवघर की हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (एचसीपीएल) और मध्य प्रदेश के सतना की मेहरोत्रा बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड (एमबीपीएल) की संयुक्त कंपनी को पतरातू स्थित परियोजना का ठेका दिया गया था. सीबीआई की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली थी कि राइट्स के अधिकारी टेंडर को सुचारू बनाने व ठेकेदार के बिल भुगतान के लिए रिश्वत लेकर नियम के खिलाफ जाकर मापन पुस्तिका व बिल में हेराफेरी कर रहे हैं.