सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में इन दिनों कई नए खुलासे हो रहे है। उनकी बहन ने पुलिस को दिए गए बयान में स्वीकार किया है कि सुशांत ने बताया था कि वह अवसाद में है और 2013 में उसने साइकेट्रिस्ट से सलाह भी ली थी। अभिनेता सुशांत की बहनें नीतू सिंह, प्रियंका सिंह और मीतू सिंह के बयानों ने रिया चक्रवर्ती की टीम के आरोपों को लेकर एक नया मोड़ दे दिया है कि परिवार ने सुशांत सिंह राजपूत की मानसिक स्थिति से अनजान होने के बारे में झूठ बोला था। सुशांत सिंह की 14 जून को मौत से पहले मीतू सिंह कुछ अरसे तक उसके साथ रही थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि सुशांत ने पिछले साल परिवार से कहा था कि वह अवसाद में है। मीतू सिंह ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा है कि ”अक्टूबर 2019 में सुशांत ने पूरे परिवार से कहा था कि वह खुद को अवसाद में महसूस कर रहा है। मेरी बहनें नीतू सिंह और प्रियंका सिंह भी दिल्ली और हरियाणा से सुशांत सिंह राजपूत के पास मुंबई आई थीं। उसके बांद्रा वेस्ट के जॉगर्स पार्क में माउंट ब्लैंक बिल्डिंग के फ्लैट नंबर 601 में उससे मिले थे। सभी बहनें कुछ समय तक उसके साथ रही थीं और उसे समझाया था। मेरा भाई सुशांत सिंह प्रोफेशनल अप्स और डाउंस को लेकर उदास था।” मीतू सिंह ने कहा कि ”मेरी बहन नीतू सिंह ने उससे कहा था कि वह उसके साथ दिल्ली चले तो उसने कहा था कि वह कुछ दिन बाद आएगा। नवंबर 2019 में मेरे भाई सुशांत सिंह ने अवसाद महसूस होने पर हिंदुजा अस्पताल में डॉ केरसी चावड़ा से से इलाज कराया था। मार्च 2020 में कोविड-19 के चलते वह घर पर ही रहा। इस दौरान वह पुस्तकें पढ़ता रहा, कसरत, मेडिटेशन और योग करता रहा।”ranjana pandey