पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है और विशेषज्ञों के अनुसार फ़िलहाल तो COVID -19 की वैक्सीन सोशल डिस्टन्सिंग यानि सामजिक दुरी है। लोग इसे माने न माने लेकिन उल्का पिंड ने अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई है । आशंका थी की उल्का पिंड पृथ्वी से
टक्कराने वाला था लेकिन उसने पृथ्वी से सोशल डिस्टन्सिंग बना कर पृथ्वी की रक्षा की ।
कई दिनों पहले से ही सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनल्स पर 29 अप्रैल की तारीख काफी चर्चा में थी ।1998 OR2 नाम का एस्टेरॉयड 29 अप्रैल को पृथ्वी के पास आने वाला था और करीब महीने भर से लोगों की निगाहें इस पर थीं। कई लोग काफी डर रहे थे क्योकि उनके अनुसार उसकी टक्कर पृथ्वी से होनेवाली है जो की एक और उसके बाद बड़ी तबाही के दावे कर रहे थे। ईस्टर्न टाइम के अनुसार बुधवार सुबह 5 बजकर 56 मिनट पर और भारतीय समयानुसार दोपहर 3 :30 बजे के आसपास पृथ्वी के निकट होकर गुज़रा था यह एस्ट्रोइड। आपको तो यह ता चल ही गया की पृथ्वी अब सुरक्षित है। 9 हजार किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से विशाल एस्टेरॉयड Asteroid (1998 OR2) उल्का पिंड आज एक निश्चित दूरी पर पृथ्वी के करीब होकर गुज़र गया है। आज की घटना के बाद दुनिया भर के वैज्ञानिको ने राहत की सांस ली। इसकी ट्रांजेटरी के चलते वैज्ञानिकों को यह आशंका थी कि यह संभावित रूप से घातक हो सकता है लेकिन यह 40 लाख मील के फासले से निकल गया। NASA इस मूवमेंट पर हर वक़्त पूरी नज़र बनाए हुए था। यदि यह अपनी कक्षा से थोड़ा भी हिलता तो यह मुसीबत पैदा कर सकता था। यह ईस्टर्न टाइम के अनुसार बुधवार सुबह 5 बजकर 56 मिनट पर और भारतीय समयानुसार दोपहर 3 :30 बजे के आसपास पृथ्वी के निकट होकर गुज़रा।
जिस तरह उल्का पिंड ने पृथ्वी से दुरी बना कर पृथ्वी की रक्षा की , अब देखना ये है की क्या आप सोशल डिस्टन्सिंग का पालन कर अपनी और सबकी रक्षा कर सकते है या नहीं?