एससी-एसटी परिवार के किसी सदस्य की हत्या पर पीडि़त परिवार के एक सदस्य को नौकरी के मुख्यमंंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद बसपा प्रमुख मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने बिहार सरकार पर पूरे शासनकाल के दौरान इन वर्गों की घोर अनदेखी और अब तक उनके लिए कुुुछ न करने का आरोप लगाया। साथ ही एससी, एसटी वर्ग के लोगों से किसी बहकावे में न आने की अपील की। शनिवार सुबह अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर मायावती ने लिखा, ‘बिहार विधानसभा आम चुनाव के पहले वर्तमान सरकार एक बार फिर एससी-एसटी वर्ग के लोगों को अनेकों प्रलोभन-आश्वासन आदि देकर उनके वोट के जुगाड़ में है। जबकि अपने पूरे शासनकाल में इन्होंने इन वर्गों की घोर अनदेखी, उपेक्षा की और कुंभकरण की नींद सोते रहे। जिसके हिसाब-किताब का अब समय।इसी से जुड़े अपने दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा कि, ‘अगर बिहार की वर्तमान सरकार को इन वर्गों के हितों की इतनी ही चिन्ता थी तो उनकी सरकार अब तक क्यों सोई रही? जबकि इनको इस मामले में यूपी की बसपा सरकार से बहुत कुछ सीखना चाहिए था। अतः इन वर्गों से अनुरोध है कि वे नीतीश सरकार के बहकावे में कतई न आयें।’
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को ऐसा प्रावधान बनाने का निर्देश दिया है कि किसी अनुसूचित जाति-जनजाति की हत्या हो जाने पर उसके परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
Ranjana pandey
1. बिहार विधानसभा आमचुनाव के पहले वर्तमान सरकार एक बार फिर एससी/एसटी वर्ग के लोगों को अनेकों प्रलोभन/आश्वासन आदि देकर उनके वोट के जुगाड़ में है जबकि अपने पूरे शासनकाल में इन्होंने इन वर्गों की घोर अनदेखी/उपेक्षा की व कुंभकरण की नीन्द सोते रहे, जिसके हिसाब-किताब का अब समय।1/2
— Mayawati (@Mayawati) September 5, 2020