रांची: मंगलवार को झारखंड की पहली ‘विस्टाडोम’ कोच वाली न्यू गिरिडीह इंटरसिटी एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया . गिरिडीह स्टेशन की स्थापना के डेढ़ सदी बाद गिरिडीह से खुलनेवाली यह पहली ट्रेन है।उद्घाटन समारोह गिरिडीह में आयोजित किया गया। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी द्वारा न्यू गिरिडीह से इंटरसिटी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रांची के लिए रवाना किया गया. उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, स्थानीय विधायक केदार हाजरा शामिल हुए। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी आज ट्रेन के विस्टाडोम कोच में सवार होकर कोडरमा पहुंचीं.कोडरमा स्टेशन पर ट्रेन का जबरदस्त स्वागत किया गया, ढोल नगाड़े बजाए गए। ट्रेन जमुआ, धनवार, महेशपुर, कोडरमा, हज़ारीबाग़ टाउन, बड़काना मेसरा और टाटीसिल्वे से होते हुए रांची पहुंचेगी.लम्बे समय से प्रतीक्षा के पश्चात गिरिडीह, कोडरमा, हजारीबाग और रामगढ़ के लोगों को इंटरसिटी एक्सप्रेस की सौगात मिली है। यह कोच यात्रियों को रास्ते में खूबसूरत नजारों का आनंद लेने में सक्षम बनाएगा। इस मार्ग में प्राकृतिक सौन्दर्य भरपूर है। इंटरसिटी एक्सप्रेस सीमित अवधि के लिए बरकाकाना-मुरी-टाटीसिलवे रूट पर चलेगी. हालांकि, इसका निर्धारित रूट बरकाकाना-मेसरा-टाटीसिल्वे मार्ग से होगा.इस ट्रेन के निर्माण का उद्देश्य यह है कि यात्री विस्टाडोम से यात्रा करते समय अपनी यात्रा का आनंद ले सकें। रास्ते में आने वाले लोग मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता को महसूस कर सकते हैं। ट्रेन में कुल 13 कोच होंगे. नई गिरिडीह-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को दूसरी ट्रेन से हजारीबाग शहर से जोड़ा जाएगा। इस कोच में 42 से 44 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इस ट्रेन की सबसे बड़ी खासियत इसकी शानदार सीटें होंगी जो 180 डिग्री तक घूम सकेंगी। यात्री किसी भी तरफ का नजारा आराम से देख सकेंगे।बुधवार से यह इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन नियमित तौर पर शुरू हो जाएगा. रांची से यह इंटरसिटी एक्सप्रेस सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर खुलेगी जो टाटीसिल्वे, मेसरा, बरकाकाना, हजारीबाग टाउन होते हुए 10 बजकर 30 मिनट पर कोडरमा स्टेशन पहुंचेगी. कोडरमा रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन 11 बजे खुलेगी जो महेशपुर हॉल्ट, धनवार, जमुआ होते हुए नई गिरिडीह रेलवे स्टेशन पहुंचेगी.बता दें कि विस्टाडोम शब्द दो शब्दों विस्टा और डोम से मिलकर बना है। विस्टा का अर्थ है परिदृश्य और डोम का अर्थ है गुंबद का आकार। यह एक प्रकार का पर्यटक कोच है जिसमें कांच की खिड़कियां हैं जिसमें आप दृश्यों और इसकी सुंदरता का आनंद लेते हुए यात्रा कर सकते हैं। ऐसी ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होती हैं।
झारखंड की पहली ‘विस्टाडोम’ कोच वाली गिरिडीह-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस को केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने दिखाई हरी झंडी

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