कोरोना वैश्विक महामारी के कारण पुरे देश में लॉक डाउन लगा दिया गया है । ऐसे में कई लोगो को काफी तकलीफो का सामना करना पड़ रहा है ।कई लोगो ने शादी – विवाह की तारीख भी रख ली थी लेकिन लॉक डाउन के वजह से सभी को रद्द करना पड़ा।
आज आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में पता चलेगा जिसने लॉक डाउन में शादी करने का वादा नहीं तोड़ा । ना घोडा ना गाड़ी ना बारात ना बाराती साइकिल पर ही ब्याह कर लाए अपनी साथी । हाँ, जी हाँ 27 अप्रैल को कलकु प्रजापति ने यह ठान लिया की चाहे जो होजाए वो शादी ज़रूर करेंगे । उसी दिन सुबह वह सवार होगए अपनी सवारी पर अपनी दुल्हन को लाने के लिए । वह उत्तर प्रदेश के हमीरपुर से महोबा जिले तक अपनी संगनी से ब्याह रचाने के लिए चल पड़े । जानकारी के लिए बता दे की उन्होंने लगभग 100 किलोमीटर का सफर अपनी साइकिल से ही तय कर लिया । अपनी दुल्हन के पास पहुंचने के बाद उन्होंने शादी की सारी रश्मे भी अच्छी तरह से निभाई और अपनी दुल्हन को जीवनसंगिनी बना ही लिया। जिस दिन वह शादी करने साइकिल से पहुंचे थे उसी दिन विवाह करने के बाद अपनी दुल्हन को अपनी साइकिल वाली सवारी पर बिठा कर शाम को ही अपने घर के लिए निकल पड़े । खुशी की बात तो यह है की दोनों नवविवाहित ने लॉक डाउन के नियमो का उल्लंघन भी नही किया , दोनों मास्क लगा कर अपने सपनो की ज़िंदगी की ओर चल दिय ।
आपको बता दे की कलकु प्रजापति हमीरपुर के पुतहिया गांव में रहते है और उनकी नई दुल्हन रिंकी महोबा जिले की पुनिया गांव की है ।
इस आपदा की घड़ी में वजह चाहे जो भी हो शादी करने की लेकिन कलकु और रिंकी की ये शादी हमे बहुत कुछ सिखाती है । जैसे लॉक डाउन का पालन करना हमारा कर्त्तव्य है चाहे जो हो हमे बाहर मास्क पहनना ही चाहिए , शादी सिर्फ दो लोग और दो परिवार का बंधन होता है दिखावे के लिए बेफिज़ूल पैसे नहीं खर्च करने चाहिए क्योकि मिया बीवी राज़ी तो क्या करेगा काज़ी ।