अब तक 46 हजार अभिभावकों ने दिए सुझाव, 80% लोग चाहते हैं वैक्सीन आने पर ही खुले स्कूल

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अधिकतर अभिभावक स्कूल खोलने को लेकर शिक्षा विभाग को यही सुझाव दे रहे हैं। सभी का कहना है की झारखंड राज्य के सरकारी और निजी स्कूल कोरोना के इलाज के लिए वैक्सीन आने के बाद ही खोले जाएं। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग और झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के वेबसाइट पर दिए गए लिंक में अब तक 46 हजार अभिभावकों ने सुझाव दिए हैं। इनमें से 80 फीसदी से अधिक लोग वैक्सीन तैयार होने के बाद स्कूल खोलने के पक्ष में है। वहीं, कुछ ने अक्टूबर-नवंबर तक स्कूल खोलने पर सहमति जताई है।

शिक्षा विभाग ने शुक्रवार से ही कोरोना काल में स्कूल खोलने के लिए 30 जुलाई तक अभिभावकों से सुझाव मांगे हैं। पिछले 3 दिनों में 46 हजार अभिभावकों ने सुझाव दिए हैं। इनमें से अधिकांश का कहना है कि बिना वैक्सीन के स्कूल खोलने से बच्चों के संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। प्राइमरी के बच्चों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर मास्क इस्तेमाल करवाने की चुनौती रहेगी।

एक लाख शिक्षकों को भेजे गए लिंक:
झारखंड के सरकारी स्कूलों के एक लाख शिक्षकों के मोबाइल पर सोमवार को स्कूल खोलने संबंधी सुझाव के लिए लिंक भेजे गए हैं। उन्हें अभिभावकों के व्हाट्सएप तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, डिजिटल कंटेंट के साथ भी लिंक शेयर किया गया है। JEPC के राज्य परियोजना निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि स्कूल खोलने के लिए अभिभावकों के सुझाव आने लगे हैं। अधिकांश वैक्सीन आने के बाद स्कूल खोलने के पक्ष में हैं। 30 जुलाई तक राय ली जानी है।