रांची: बीजिंग द्वारा अपनी जीरो-कोविड नीति को अचानक समाप्त करने के बाद चीन में कोविड की स्थिति दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गई है। अनुसंधान समूहों ने भविष्यवाणी की है कि मरने वालों की संख्या लाखों में बढ़ सकती है क्योंकि नए म्यूटेंट संक्रमण की एक नई लहर के रूप में उभर सकते हैं जो पूरे विशाल देश में तेजी से फैलते हैं। WHO ने चीन से कोविड पर डेटा साझा करने का आग्रह किया है। भारत में, पीएम मोदी कोविड की स्थिति पर एक उच्च-स्तरीय बैठक करेंगे।
आज मिडिया से बात करते हुए कोरोना की स्थिति पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा ये हमारे संज्ञान में है और परिस्थिति को देखकर बहुत जल्द सभी को इससे अवगत कराएंगे। कोरोना की स्थिति पर झारखंड स्वस्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी बात की, उन्होंने कहा पिछली बार भारत सरकार ने कोरोना को हल्के से लिया था मगर इस बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर गंभीरतापूर्वक पहल की है। हमने भी हमारे विभाग के साथ बैठक की है। दूसरे देश जिस तरह से कोरोना को झेल रहे हैं, उसको देखते हुए हम पूरी तरह से तैयार हैं।
बता दें कि राज्य सरकार ने भी विशेष सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। झारखण्ड में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन आ चुकी है, मगर उसे ऑपरेट करने में आ रही परेशानियों अभी तक दूर नहीं नहीं हुई है। वहीँ राज्य में कई लोगों ने अब तक कोरोना से बचाव का टीका भी नहीं लिया है। कुछ ने पहला टीका तो लिया है, मगर कोरोना संक्रमण का कम खतरा हो जाने की वजह से झारखंड में अब भी बड़ी संख्या में लोगों ने दूसरा टीका नहीं लिया है।चीन और अन्य देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार ने एक नोटिस जारी किया है. राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे जागरुकता बढ़ाएं और सकारात्मक मामलों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग तैयार करें ताकि मौजूदा और नए बदलावों की निगरानी की जा सके।इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) के शोध के अनुसार, Omicron की XBB किस्म पहले के पुनरावृत्तियों की तुलना में अधिक संक्रामक है, लेकिन यह कम गंभीर बीमारी भी पैदा करती है।