कोरोना महामारी की चुनौती के बीच अब अनलॉक- 4 शुरू हो गया है। केंद्र सरकार की गाइडलाइन में धार्मिक आयोजन व धर्मस्थलों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। इसका पालन पटना के विभिन्न मंदिरों के प्रबंधन कर रहे हैं। कोरोना काल में मंदिरों के द्वार 21 सितंबर से खुल जाएंगे। हालांकि, उन्हें गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा।पटना के प्राचीन महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया, सरकार के आदेश का पालन मंदिर समिति अपने स्तर से कर रहा है। उन्होंने बताया, 21 सितंबर को मंदिर के द्वार भक्तों के लिए फिर से खुल जाएंगे। मंदिर में आने वाले भक्तों को पहले की तरह ही नियमों का पालन करना होगा। मंदिर में प्रवेश करने से पहले भक्तों को सैनिटाइज करने के साथ थर्मल स्क्रीनिंग कराई जाएगी। मंदिर की ओर से नैवेद्यम काउंटर भक्तों के लिए खुला है।शक्तिपीठ छोटी व बड़ी पटन देवी सहित प्रमुख मंदिरों के द्वार भी 21 सिंतबर से खुलेंगे। छोटी पटन देवी के पुजारी आचार्य विवेक द्विवेदी ने बताया, केंद्र सरकार के निर्देशों का मंदिर प्रबंधन पालन करेगा। पहले की तरह ही मंदिर में आने वाले भक्तों को शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा और सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। मास्क पहनना भी अनिवार्य है। इसके लिए मंदिर की ओर से सारी व्यवस्था कर ली गई है। द्विवेदी ने कहा, कोरोना काल में दुकान, परिवहन, मॉल परिसर आदि खोले गए हैं, लेकिन मंदिरों के नहीं खुलने से आमदनी और पुजारियों की स्थिति ठीक नहीं हैशक्तिपीठ बड़ी पटन देवी के पुजारी आचार्य विजय शंकर गिरि ने बताया, जब तक कोरोना संक्रमण रहेगा, तब तक इसके बचाव को लेकर मंदिर की ओर से हर एहतियाती उपाय किए जाएंगे। 21 सितबर को मंदिर का प्रवेश द्वार भक्तों के लिए खुल जाएगा। मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सैनिटाइज व थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को छूने की मनाही रहेगी।ranjana pandey