विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुरूवार को चेतावनी देते हुए कहा कि फिलहाल कोरोना वायरस की वैक्सीन बनने में वक़्त लगने वाला है। तब तक दुनिया को इसके साथ ही जीना सीख लेना चाहिए और WHO के प्रमुख टेड्रॉस अडहॉनम गीब्रीएसुस ने कहा है कि दुनिया को करोना वायरस के साथ ‘जीना सीखना होगा। ‘ WHO ने युवाओ को यह चेतावनी दी है कि अगर युवा ये समझ रहे हैं कि उन्हें वायरस से खतरा नहीं तो वो गलत सोच रहे है। WHO का यह भी कहना है की युवाओं की न सिर्फ संक्रमण से मौत हो सकती है, बल्कि वे कई कमजोर वर्गों तक इसे फैलाने का काम भी कर रहे हैं।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान टेड्रॉस ने कहा कि ‘हम सभी को इस वायरस के साथ रहना सीखना होगा और हमें अपने और दूसरों के जीवन की सुरक्षा करते हुए, जिंदगी जीने के लिए ज़रूरी एहतियात अपनाने की ज़रूरत है।’ उन्होंने कई देशों में फिर से जारी की गई पाबंदियों की प्रशंसा भी की। टेड्रॉस का कहना है की सऊदी अरब सरकार ने उदाहरण पेश किया है।
युवाओं को भी है खतराटेड्रॉस ने कहा कि कोरोना से युवाओं को भी ख़तरा है लेकिन कई देशों में युवा इसे सामान्य संक्रमण मान रहे है। उन्होंने कहा, ‘हम पहले भी चेतावनी दे चुके हैं और फिर कह रहे हैं कि युवा भी कोरोना के कहर से अछूते नहीं है, वो भी जोखिम में हैं। युवा भी कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। वो भी मर सकते हैं और वो भी दूसरों में संक्रमण फैला सकते हैं। इसलिए उन्हे अपनी सुरक्षा के अलावा दूसरों की सुरक्षा के भी उपाय करने चाहिए। ‘टेड्रॉस ने कहा कि दुनियाभर के लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। WHO ने अमेरिका, ब्राजील, भारत, साउथ अफ्रीका और कोलंबिया में बिगड़ते हालातों के प्रति भी चिंता जाहिर की है।