झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल होने के लिए रवाना हो गए हैं । ईडी ने नौ सितंबर को रांची स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा था। लेकिन लैंड स्कैम मामले को लेकर सीएम हेमंत सोरेन आज ED की ओर से जारी तीसरे समन पर भी ईडी कार्यालय पेश नहीं हुए। सीएम हेमंत सोरेन ने मैसेंजर के जरिये जाँच एजेंसी को बंद लिफाफे में संदेश भेजा है। सूत्रों कि मानें तो सीएम सचिवालय की ओर से बंद लिफाफे वाली एक चिट्ठी लिए एक कर्मी ईडी दफ्तर पहुंचा है जिसमें सीएम ने जवाब देने के लिए समय की मांग की है। मालूम हो कि ED के समन के खिलाफ मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
गौरतलब है कि जमीन घोटाला मामले में ईडी की जांच के दायरे में आए मुख्यमंत्री को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए 14 अगस्त को रांची में एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था । जिसके बाद एक पत्र ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर को भेज सीएम ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कानून की शरण में जाने की बात कही थी .इसके बाद ईडी द्वारा 24 अगस्त को सीएम को आने को कहा गया था लेकिन सीएम पेश नहीं हुए .मामले को लेकर सीएम ने ईडी के समन को सुप्रीम कोर्ट चुनौती दिया था .ईडी ने भी समन की अनदेखी करने के लिए सोरेन के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया है।रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल की है. हालांकि, अभी सुनवाई की तारीख तय नहीं हुई है. सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की है, उसमें उन्होंने न्याय एवं कानून मंत्रालय और ईडी निदेशालय को प्रतिवादी बनाया है.