प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आत्मा निर्भय उत्तर प्रदेश रोज़गार अभियान का उद्घाटन किया। इस अभियान के तहत, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा और प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
इससे पहले 20 जून को, प्रधानमंत्री ने COVID के मद्देनजर प्रवासी कामगारों की बड़े पैमाने पर वापसी वाले गांवों में आजीविका के अवसरों को सशक्त बनाने और प्रदान करने के लिए गरीब कल्याण रोज़गार अभियान नाम से एक विशाल रोजगार-सह-ग्रामीण सार्वजनिक कार्य अभियान शुरू किया था।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बिहार के खगड़िया जिले के गांव तेलिहार से अभियान को रवाना किया गया। इसमें छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने भाग लिया। कांग्रेस को लगता है कि ये उपाय प्रकृति में सिर्फ राजनीतिक हैं और बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में लक्षित हैं।
पीएम मोदी ने घोषणा की कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत, टिकाऊ ग्रामीण बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 50,000 करोड़ रुपये रखे गए हैं। उन्होंने 25 कार्य क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया, जिन्हें गांवों में रोजगार के लिए चिन्हित किया गया है। इनमें गरीबों के लिए ग्रामीण आवास, वृक्षारोपण, जल जीवन मिशन के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था, पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय, ग्रामीण मंडियां, ग्रामीण सड़कें, अन्य बुनियादी ढाँचे जैसे पशु शेड और आंगनवाड़ी भवन शामिल हैं।
प्रधान मंत्री ने यह भी घोषणा की कि अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक सुविधाएं भी प्रदान करेगा। प्रत्येक ग्रामीण घरों में उच्च गति और सस्ते इंटरनेट युवाओं और बच्चों की मदद के ज़रूरी है।