मुख्तार अंसारी के भाई ने आरोप लगाया है कि जब मुख्तार को पंजाब से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में लाया जा रहा था तो उसके साथ बड़ा ही अमानवीय व्यवहार किया गया. मुख्तार के भाई ने तो यहां तक कहा कि इससे अच्छा होता कि वे उसे किसी रोड पर ही मार देते.
खाना-पानी नहीं दिया गया’
मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर से बसपा के सांसद हैं. उन्होंने मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी की जेल में शिफ्ट किए जाने के दौरान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अफजाल अंसारी ने दावा किया कि डायबिटीज से पीड़ित मुख्तार अंसारी का ब्लड-शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर बढ़ गया है और उन्होंने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन उन्हें डॉक्टर मुहैया कराने के अनुरोध को स्वीकार नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा,
“15 घंटे की यात्रा में उन्हें (मुख्तार) खाना-पानी नहीं दिया गया और उन्हें मेडिकल सहायता भी नहीं दी गई, जिससे उनकी तबीयत खराब हो गई और वे बांदा लगभग बेहोशी हालत में पहुंचे.”
अफजाल अंसारी ने आगे कहा,
“योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस तरह के कृत्यों से अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया है. जेल मैनुअल के विपरीत मुख्तार को आइसोलेशन बैरक में रखा गया है. जिन्हें कानूनों की रक्षा करनी है वे आतंक पैदा कर रहे हैं. इससे अच्छा तो उसे (मुख्तार) रोड पर ही मार देते.”
हालांकि अफजाल ने यह नहीं बताया कि उनके भाई के साथ होने वाले इस व्यवहार के बारे में उन्हें कहां से जानकारी मिली.
डॉक्टरी जांच पर पुलिस का जवाब
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बसपा सांसद के इन आरोपों का खंडन किया है. पुलिस का कहना है, “उप्र पुलिस की स्पेशल सुरक्षा टीम के द्वारा पंजाब की रोपड़ जेल से विचाराधीन बंदी मुख्तार अंसारी पुत्र सुभानल्लाह अंसारी को आज सुबह लगभग 4:50 बजे जिला जेल बांदा के गेट पर लाया गया और लगभग 05 बजे तड़के उन्हें कारागार के अंदर दाखिल कर लिया गया .लाने वाली पुलिस की स्पेशल टीम तथा जेल अधिकारियों की उपस्थिति में सुरक्षाकर्मियों द्वारा सभी सामानों की जांच की गई .सामानों के साथ-साथ खुद मुख्तार अंसारी को भी अत्याधुनिक डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर आदि उपकरणों के द्वारा तलाशी की गई. जिसमें कोई भी अवैध सामग्री प्राप्त नहीं हुई.“
पुलिस ने आगे कहा,”मेडिकल कॉलेज बांदा के डॉक्टरों की टीम ने उनका (मुख्तार अंसारी) स्वास्थ्य परीक्षण किया, टीम द्वारा तात्कालिक तौर पर उन्हें स्वास्थ्य की समस्या नहीं बताई गई. रोपड़ जेल में मुख्तार अंसारी की करोना जांच किए जाने की कोई रिपोर्ट कारागार को प्राप्त नहीं हुई है. अतः आज कारागार में उनकी कोरोना जांच जेल में कराई जाएगी. माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुपालन में जिला प्रशासन बांदा तथा सीएमओ बांदा के सहयोग से मुख्तार अंसारी की स्वास्थ्य व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है.”
मुख्तार की सुरक्षा को लेकर पुलिस का कहना है, “मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन ने पर्याप्त इंतजाम किए हैं . उन्हें बैरक नंबर 16 में रखा गया है जो 24 घंटे कैमरे की निगरानी में है, जेल मुख्यालय लखनऊ के कमांड सेंटर रूम से इसकी लगातार मॉनिटरिंग उच्चाधिकारियों द्वारा की जा रही है. कारागार की बाहरी सुरक्षा के लिए डेढ़ सेक्शन पीएसी के अतिरिक्त आईजी रेंज, द्वारा एक प्लाटून पीएसी भी प्रदान की गई है.’