कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए देशव्यापी लॉक डाउन का सहारा लिया गया । अचानक लगे लॉक डाउन के वजह से जो लोग जहा थे वह वही फसे रह गए । कई मज़दूर तो अपने गांव जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े । सरकार ने इस परिस्तिथियो को देखते बहार फसे मज़दूरों के घर वापसी को लेकर अहम फैसले भी लिए । लेकिन अब सरकार ने नई गाइडलिने बनाई है ।
जो लोग लॉक डाउन के ठीक पहले गए और फस गए अब वही वापस अपने घर लौट पाएंगे । जिस कारण बिहार के 28 लाख प्रवासियों की गर वापसी में मुश्किल है । अजय भल्ला जो की केंद्रीय गृह सचिव है उन्होंने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को 3 मई को पत्र भेज कर यह स्पष्ट किया की लॉक डाउन के दौरान देश भर में फसे प्रवासी मज़दूर , तीर्थयात्री , पर्यटक व् छात्र समेत उन्ही लोगो को लौटने की अनुमति दी जाएगी जो लॉक डाउन के ठीक पहले कार्य स्थान पर गए थे । पात्र में यह भी लिखा था की लॉक डाउन में उन लोगों को आने जाने की अनुमति नहीं है जो सामान्य तोर पर रोज़गार या कामकाज के लिए अपने राज्य से बाहर से है ।
बिहार के मुख्या सचिव ने कहा की हम उन्ही लोगों को वापस ला रहे है जिनके पास रहने का ठिकाना नहीं है और जिनका गुज़ारा करना मुश्किल है ।