कोरोना की महामारी के कारण लागू हुए लॉकडाउन ने सभी लोगो की जेब पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है और जो कमी रह गई थी अब वो भी पूरी होजाएगी क्योकि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हर दिन इजा हो रहा है जिस कारण महंगाई और बढ़ रही है। 21 दिन से हर रोज डीजल और पेट्रोल की कीमतों में इजाफे का सिलसिला सा चल रहा था, जो रविवार को थम गया , रविवार को यानी 22वें दिन डीजल और पेट्रोल के दाम नहीं बढे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 80.38 रुपये प्रति लीटर और डीजल 80.40 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. पिछले 21 दिन तक हर रोज कीमतों में इजाफे के कारण अब तक डीजल 11 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है। वहीं, पेट्रोल की कीमतें भी 9 रुपये प्रति लीटर से अधिक बढ़ गई हैं. डीजल-पेट्रोल की कीमतों में हर रोज इजाफे के कारण देश में इसे भी जीएसटी के दायरे में लाने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है।
डीजल-पेट्रोल की कीमतों में लगातार इजाफे को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऐसे समय में जब जनता संकट से जूझ रही है, कांग्रेस ने डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ाने की आलोचना की थी।