झारखण्ड : जेएसएलपीएस द्वारा सखी मंडलों के माध्यम से उद्यमिता को जो बढ़ावा मिला है, उसने न केवल परिवारों की आर्थिक स्थिति बदली है, बल्कि राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है।अंजू देवी, इचाक, हजारीबाग ने बताया “सखी मंडल से जुड़ने के बाद मुझे आत्मनिर्भर बनने का रास्ता मिला। आसान ऋण सुविधा, ‘पलाश’ ब्रांड से उत्पादों की पहचान और बिक्री के लिए मंच – इन सबने मेरा हौसला बढ़ाया। आज मैं 20 से अधिक उत्पाद बेचती हूं और इसी जेसोवा मेले में पाँच दिनों में लगभग 50 हज़ार रुपये की आमदनी हुई है।
‘अबुआ आजीविका संवाद’ कार्यक्रम में आज मंत्री ग्रामीण विकास विभाग, श्रीमती दीपिका पाण्डेय सिंह ने कहा, झारखण्ड सरकार महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार अबुआ आजीविका के लिए ग्रामीण महिलाओं की आजीविका को मज़बूत करने, विपणन (मार्केटिंग) के अवसर बढ़ाने और बैंकिंग तथा इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी बाधाओं को दूर करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।मंत्री ने कहा कि आज झारखण्ड की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और अपने साथ अन्य ग्रामीण महिलाओं को भी रोजगार के अवसर प्रदान कर रही हैं।