डा.भुवनेष प्रताप सिंह, उपायुक्त हजारीबाग द्वारा ‘‘मैत्री’’ परामर्श केन्द्र एवं सखी वन स्टाॅप सेंटर का निरीक्षण किया गया। उपायुक्त द्वारा बताया कि परामर्श केन्द्र का संचालन कोविड-19 संक्रमण के दौरान जारी लाॅकडाउन के क्रम में लोगों मंे मानसिक अवसाद, डिप्रेशन जैसी समस्याओं को देखते हुए की गई है। कुछ दिन पूर्व हजारीबाग जिलान्तर्गत कुछ व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या किये जाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ घटी है। ऐसी घटनाओं को देखते हुए ससमय रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सखी-वन स्टाॅप सेन्टर, सदर अस्पताल परिसर, सिविल सर्जन कार्यालय के सामने ‘‘मैत्री’’ परामर्श केन्द्र का संचालन प्रांरभ किया गया है। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सहित उपस्थित अन्य अधिकारियों को गुणात्मक सुधार हेतु आवश्यक निर्देश दिये है। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा ने बताया कि जिला प्रशासन (समाज कल्याण विभाग) के सहयोग से आज दिनांक-06.07.2020 से ‘‘मैत्री’’ परामर्श केन्द्र का संचालन प्रांरभ किया गया है। यह केन्द्र सोमवार से शनिवार तक प्रातः 11 से 05 बजे तक संचालित होगा। परामर्श केन्द्र में सोमवार से बुधवार तक मनोचिकित्सक एवं परामर्शदाता के रूप में डा.रूपा घोष (मनोचिकित्सक) सदर अस्पताल, मोबाईल नम्बर-8987479002, श्रीमती सुचिष्मिता राॅय (परामर्शी), जिला बाल संरक्षण इकाई मो0-8793398520 एवं श्रीमती डेजी पुष्पा टोप्पो (परामर्शी), स्नेहदीप हाॅली क्राॅस, हजारीबाग मो0-7091296242 तथा गुरूवार से शनिवार तक डा.राजश्री (मनोचिकित्सक), सदर अस्पताल, हजारीबाग मो0-7070469697, श्री संजय कुमार (परामर्शी), नव भारत जागृति केन्द्र, मो0-7004862281 एवं श्रीमती मीरा गुप्ता (परामर्शी) नव भारत जागृति केन्द्र, मो0-8102345195 को प्रतिनियुक्त किया गया है। कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति सम्बन्धित मनोचिकित्सक एवं परामर्शदाता से निर्धारित दिन को कार्यावधि में दूरभाष के माध्यम से संर्पक कर उचित सलाह/परामर्श/सुझाव प्राप्त कर सकते हैं। व्यक्तिगत रूप से मिलकर सलाह लेने के लिए पूर्व से समय प्राप्त कर सखी-वन स्टाॅप सेन्टर, हजारीबाग मंे सम्पर्क किया जा सकता है।
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