150 छात्राओं के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही रिम्स GNM स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल एवं वार्डन। एक छात्रा अनुष्का सिंह निकली कोरोना पॉजिटिव। विदित हो कि लॉक डाउन होने के समय से ही छात्राएं छुट्टी की मांग कर रही थी, लेकिन फिर भी इन्हें जबरदस्ती होस्टल में ही रखा गया।2ND ईयर की एक छात्रा बिहार गयी शादी में समिलित होने। जब किसी छात्रा को छुट्टी नही मिल रही थी तो एक छात्रा को बिहार जाने की अनुमति कैसे दी गयी । पिछले संडे को छात्र वापस होस्टल आयी। कॉलेज की प्रिंसिपल एवं वार्डन ने कोई जांच किए बिना उसे होस्टल में एंट्री दे दी। वापस आने के 6 दिनों तक वो होस्टल में ही रही सभी छात्राओं के साथ। सबके साथ उठना बैठना खाना पीना सब एकसाथ। कांग्रेस छात्र संगठन एन.एस.यू.आयी के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने कहा कि आखिर इतनी लापरवाही कैसे कर सकती है प्रिंसिपल और वार्डन। बिहार से आई हुई छात्रा को बिना जांच कराए कैसे होस्टल में एंट्री दिया गया। क्या कोई साजिश की जा रही है। क्योंकि रिम्स नर्सिंग का मामला पिछले 7 दिनों से सुर्खियों में है, और कल ही रात अचानक पूरे होस्टल को छुट्टी देने की सूचना दी गयी। और रात में ही कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई। इंदरजीत सिंह ने कहा कि सभी छात्राओं में भय का माहौल है। दिन पे दिन कोई न कोई मामला रिम्स नर्सिंग में हो रहा। बिना सुरक्षा के सभी को जबरदस्ती ड्यूटी दिया जाता है।
इंदरजीत सिंह ने बताया कि अब सभी छात्राओं को घर जाने बोला जा रहा। होस्टल में मेस भी बंद किया जा रहा।सब छात्राओं को युही छोड़ दिया गया है । सभी छात्रायें अपनी जांच कराने की मांग कर रही है । बिना जांच और रिपोर्ट के कोई घर नही जाना चाहती । उनका कहना है कि उन सभी की जब तक जांच और रिपोर्ट नही आती वो नहीं जाएंगी क्योकि वो अपने फैमिली को रिस्क में नही डालना चाहती। अब इन सब 150 छात्राओं की जिम्मेवारी कौन लेगा रिम्स प्रशाशन या प्रिंसिपल।
कांग्रेस छात्र संगठन एन.एस.यू.आयी के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने इतने बड़े लापरवाही के लिए प्रिंसिपल एवं वार्डन को हटाने की मांग कर रहे एवं सभी 150 छात्राओं एवं सभी फैकल्टी की कोरोना जांच कराने की अपील की है।