झारखण्ड की राजधानी की एक बड़ी जनसँख्या हिनू में रहती है । The News Mirchi की रिपोर्ट के अनुसार हिनू में सप्लाई वाटर में गंध आती है लोगों का कहना है की जब पानी घरों पर जब सप्लाई का पानी आता है उससे निकलती बदबू लोगों को नाक बंद करने पर मज़बूर कर देती है । पानी में बैक्टीरिया होने की आशंका है ।फिर लोग इसी गंदे पानी को गर्म करते हैं, तीन बार छानने के बाद इस्तेमाल करते हैं। पिछले एक साल से ऐसी ही स्थिति है।

गंदे पानी की वजह

हिनू मेन रोड में कृष्णा अल्युमीनियम के सामने इमली खटाल (पुराना पेट्रोल पंप के पास) है। यहां नाली के पानी में खटाल का गोबर वाला पानी और घरों से निकलने वाला चेंबर का पानी मिक्स हो जाता है । जब सप्लाई की चाभी खोली जाती है, तो गंदा पानी चाभी के जरिए पाईप में जाता है और फिर लोगों के घरों तक पीले रंग का पानी पहुंचता है।

हिनू के लगभग 15 हजार घरों तक पानी की सप्लाई पहुंचती है और करीब एक लाख लोग इस गंदे पानी के परेशानी से प्रभावित हैं। शुक्ला कॉलोनी, साकेत नगर और डोरंडा के कई इलाकों में पानी यही से जाता है । इस बारे में लोगों ने स्थानीय पार्षद से बातचीत की जिसके बाद पार्षद ने नगर निगम तक यह बात पहुंचाई। फिर भी उनकी कोई सुनवाई अब तक नहीं हुई है । कही ऐसा न हो की इस समस्या से प्रेसन लोग आक्रोश में आकर आंदोलन कर दे ।