देशव्यप्पी लॉक डाउन का आज 11 वा दिन है , और अभी तक लोगो को समझ नहीं आया है की इस संकट की घड़ी का सामना कैसे करना है । राज्य में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज़ मिले है और एक मरीज़ तो रांची की ही है, जिसके बाद धारा 144 लागू हो गया था। फिर भी लोगों की लापरवाही बढ़ती ही जा रही है । राजधानी के चूना भट्ठा चौक पर सुबह-सुबह सब्जी लेने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई और बाजारों में लोगों की भीड़ दिखी। पुलिस प्रशासन का भी भीड़ पर कोई असर नहीं दिखा। जमशेदपुर, धनबाद, गुमला, लोहरदगा, पलामू, चाईबासा, गिरिडीह आदि जिलों में लॉकडाउन का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। हर जिलों में सुबह-सुबह बाजारों में भीड़ दिख रही है और करीब 10 बजे के बाद सड़के खाली हो जाती है । इसके बाद फिर शाम को कुछ लोग बाजारों में और सड़कों पर बिना किसी वजह निकल पड़ते हैं।
60 बोगियों में बन जाएगा 540 बेड का आइसोलेशन वार्ड
रेलवे के 60 कर्मचारी दिन रात मेहनत कर के हटिया यार्ड के 15 साल पुरानी बोगियों को अस्पताल का रूप देने में लगे हैं हुए है । 9 दिनों में सारी बोगियों को बनाने का काम पूरा हो जाएगा। बोगी में दो टॉयलेट की जगह एक टॉयलेट और दूसरे को नहाने का रूम बनाया जा रहा है।एक बोगी में नौ कमरे होंगे। उसमें एक नर्स स्टॉफ के लिए एक कमरा होंगा। एक कंपार्टमेंट में तीन बर्थ को हटाने का काम किया जा रहा है। ये सभी कर्मचारी 540 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाने में जुटे है उनका कहना है की वो कोरोना को हराना चाहते है । कुछ लोग ऐसे भी है जो दूसरों की जान को बचाने के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं कर रहे है । उनके परिवार वाले भी उन्हें ड्यूटी पर जाने से नहीं रोकते है और उन्हें प्रोत्साहित करते है ।9 दिनों में सारी बोगियों को बनाने का काम पूरा हो जाएगा। यह निर्णय राज्य सरकार को लेना है कि बोगियों को कहां पर शिफ्ट करना है।