12वीं कक्षा में पढ़ने वाले अमृतसर के एक छात्र ने 15 जून को आत्मा हत्या कर ली। छात्र ने पंखे से फंदा लगाकर सुसाइड कर ली और उसका सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट के हिसाब से उसने पुलिस पर घरवालों के सामने बेइज्जत करने का आरोप लगाया है। अमृतसर के प्रीत नगर में रहने वाला अजय नाम का लड़का 12वीं क्लास में पढ़ता था , 14 जून को वह किसी काम से बाजार गया था और उसके पास हेलमेट नहीं था इसीलिए बाजार से आते वक्त पुलिस ने उसे रोक लिया। पुलिस ने अजय का चालान बनाया पैसे न होने के वजह से अजय अपने पिता के दुकान पर पैसे लेने पंहुचा तो पुलिस ने उसके पापा को बोला कि अजय की स्कूटी से कॉन्डम मिले हैं लेकिन अजय ने इससे इनकार किया। फिर भी उसके पापा ने उसे डाटा।
अजय ने अपने सुसाइड नोट पर लिखा की
पापा मैंने कुछ नहीं किया। पुलिसवाले झूठ बोल रहे थे कि ये (कॉन्डम) मेरा है। मुझे नहूीं पता कि वो कहां से आय। और आपने भी पुलिसवालों की बातों पर विश्वास कर लिया कि मैंने ऐसा किया। आप ही बताओ कि मैं ऐसा कुछ कर सकता हूँ। आज तक मैंने कोई गलत काम नहीं किया और आप सोच रहे हो कि मैं ऐसा कुछ कर सकता हूं। ओके कोई ना। ठीक है बाय बाय ,मम्मी का खयाल रखना ,नीरज दीदी को बोल देना कि अब मै दुनिया में नहीं हूँ। मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से आपकी और बेइज्जती हो , अपना खयाल रखना और डरो मत। मेरी आखिरी इच्छा यही है की मम्मी का ख्याल रखना।
अजय के पिता ने आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की है।